University of Virginia Library

Search this document 
Two bookes of epigrammes, and epitaphs

Dedicated to two top-branches of gentry: Sir Charles Shirley, Baronet, and William Davenport, Esquire. Written by Thomas Bancroft

collapse section1. 
 1. 
 2. 
 3. 
 4. 
 5. 
 6. 
 7. 
 8. 
 9. 
 10. 
 11. 
 12. 
 13. 
 14. 
 15. 
 16. 
 17. 
 18. 
 19. 
 20. 
 21. 
 22. 
 23. 
 24. 
 25. 
 26. 
26. On humane bodies.
 27. 
 28. 
 29. 
 30. 
 31. 
 32. 
 33. 
 34. 
 35. 
 36. 
 37. 
 38. 
 39. 
 40. 
 41. 
 42. 
 43. 
 44. 
 45. 
 46. 
 47. 
 48. 
 49. 
 50. 
  
 62. 
 63. 
 64. 
 56. 
 57. 
 58. 
 59. 
 60. 
 61. 
 62. 
 63. 
 64. 
 76. 
 76. 
 77. 
 78. 
 79. 
 80. 
 81. 
 82. 
 83. 
 84. 
 85. 
 86. 
 87. 
 88. 
 89. 
 90. 
 91. 
 92. 
 93. 
 94. 
 97. 
 98. 
 99. 
 100. 
 101. 
 105. 
 106. 
 107. 
 108. 
 109. 
 110. 
 111. 
 112. 
 113. 
 114. 
 115. 
 116. 
 117. 
 118. 
 119. 
 120. 
 121. 
 122. 
 123. 
 124. 
 125. 
 126. 
 127. 
 128. 
 129. 
 130. 
 131. 
 132. 
 133. 
 134. 
 133. 
 136. 
 137. 
 138. 
 139. 
 140. 
 141. 
 142. 
 143. 
 144. 
 145. 
 146. 
 147. 
 148. 
 149. 
 150. 
 151. 
 152. 
 156. 
 157. 
 158. 
 159. 
 160. 
 161. 
 162. 
 163. 
 164. 
 165. 
 166. 
 167. 
 168. 
 169. 
 170. 
 171. 
 172. 
 173. 
 174. 
 175. 
 176. 
 177. 
 178. 
 179. 
 180. 
 181. 
 182. 
 183. 
 184. 
  
 185. 
 186. 
 187. 
 188. 
 189. 
 190. 
 191. 
 192. 
 193. 
 194. 
 196. 
 197. 
 198. 
 199. 
 200. 
 201. 
 202. 
 203. 
 204. 
 205. 
 206. 
 207. 
 208. 
 209. 
 210. 
 211. 
 212. 
 213. 
 214. 
 215. 
 216. 
 217. 
 218. 
 219. 
 220. 
 221. 
 222. 
 223. 
 224. 
 225. 
 226. 
 227. 
 228. 
 229. 
 230. 
 232. 
 233. 
 234. 
 235. 
 236. 
 237. 
 238. 
 239. 
collapse section2. 
 1. 
 2. 
 3. 
 4. 
 5. 
 6. 
 8. 
 9. 
 10. 
 11. 
 12. 
 13. 
 14. 
 15. 
 16. 
 17. 
 18. 
 19. 
 20. 
 21. 
 22. 
 23. 
 24. 
 25. 
 26. 
 27. 
 28. 
 29. 
 30. 
 31. 
 32. 
 33. 
 34. 
 35. 
 36. 
 39. 
 40. 
 41. 
 42. 
 43. 
 44. 
 45. 
 46. 
 47. 
 48. 
 49. 
 50. 
 51. 
 52. 
 53. 
 54. 
 55. 
 56. 
 57. 
 58. 
 59. 
 60. 
 61. 
 62. 
 63. 
 64. 
 65. 
 66. 
 67. 
 68. 
 69. 
 70. 
 71. 
 72. 
 73. 
 74. 
 75. 
 76. 
 77. 
 78. 
 79. 
 80. 
 81. 
 82. 
 83. 
 84. 
 85. 
 86. 
 87. 
 88. 
 89. 
 90. 
 91. 
 92. 
  
 94. 
 95. 
 96. 
 97. 
 98. 
 99. 
 100. 
 101. 
 102. 
 103. 
 104. 
 105. 
 106. 
 107. 
 108. 
 109. 
 110. 
 111. 
 112. 
 113. 
 114. 
 115. 
 116. 
 117. 
 118. 
 119. 
 120. 
 122. 
 123. 
 124. 
 125. 
 126. 
 127. 
 128. 
 129. 
 130. 
 131. 
 132. 
 133. 
 134. 
 135. 
 136. 
 137. 
 138. 
 139. 
 140. 
 141. 
 142. 
 143. 
 144. 
 145. 
 149. 
 150. 
 151. 
 152. 
 153. 
 154. 
 156. 
 157. 
 158. 
 159. 
 160. 
 161. 
 162. 
 163. 
 164. 
 165. 
 166. 
 168. 
 169. 
 170. 
 171. 
 172. 
 173. 
 174. 
 175. 
 176. 
 177. 
 178. 
 179. 
 180. 
 181. 
 182. 
 183. 
 184. 
 185. 
 186. 
 187. 
 188. 
 189. 
 190. 
 191. 
 192. 
 193. 
 164. 
 195. 
 196. 
 197. 
 198. 
 199. 
 200. 
 201. 
 202. 
 203. 
 204. 
 205. 
 206. 
 208. 
 209. 
 210. 
 211. 
 212. 
 213. 
 214. 
 215. 
 216. 
 217. 
 218. 
 219. 
 220. 
 221. 
 223. 
 224. 
 225. 
 226. 
 227. 
 228. 
 229. 
 230. 
 231. 
 232. 
 233. 
 234. 
 235. 
 236. 
 237. 
 238. 
 239. 
 240. 
 241. 
 242. 

26. On humane bodies.

Our Bodies are like Shooes, which off we cast,
Physicke their Cobler is, and Death the Last.