The code of the city of Charlottesville, Virginia : the charter as amended and the general ordinances of the city enacted as a whole June 6th, 1932, in effect July 15th, 1932 |
I. |
1. |
2. |
3. |
4. |
5. |
6. |
7. |
8. |
9. |
10. |
11. |
12. |
13. |
14. |
15. |
16. |
17. |
18. |
19. |
20. |
21. |
22. |
23. |
24. |
25. |
26. |
27. |
II. |
28. |
29. |
30. |
31. |
32. |
III. |
33. |
34. |
IV. |
35. |
36. |
37. |
38. |
39. |
40. |
41. |
42. |
43. |
V. |
44. |
45. |
46. |
47. |
48. |
49. |
50. |
VI. |
51. |
52. |
53. |
54. |
55. |
56. |
VII. |
57. |
58. |
59. |
60. |
VIII. |
61. |
62. |
IX. |
63. |
64. |
65. |
66. |
67. |
68. |
69. |
X. |
70. |
71. |
72. |
73. |
74. |
75. |
76. |
77. |
78. |
79. |
80. |
81. |
XI. |
82. |
83. |
XII. |
84. |
85. |
86. |
87. |
88. |
89. |
90. |
91. |
92. |
XIII. |
93. |
94. |
95. |
96. |
97. |
98. |
99. |
100. |
101. |
102. |
103. |
104. |
105. |
106. |
107. |
108. |
109. |
110. |
111. |
112. |
113. |
114. |
115. |
116. |
117. |
XIV. |
118. |
119. |
120. |
121. |
122. |
123. |
124. |
125. |
126. |
XV. |
127. |
128. |
XVI. |
129. |
130. |
131. |
132. |
133. |
134. |
135. |
136. |
XVII. |
137. |
XVIII. |
138. |
139. |
140. |
141. |
142. |
143. |
XIX. |
144. |
145. |
146. |
147. |
148. |
149. |
150. |
151. |
152. |
153. |
154. |
155. |
156. |
157. |
158. |
159. |
160. |
161. |
162. |
163. |
164. |
165. |
166. |
167. |
168. |
169. |
170. |
171. |
172. |
173. | Sec. 173. Refuse matter thrown on streets, etc. |
174. |
175. |
176. |
177. |
178. |
179. |
180. |
181. |
182. |
183. |
184. |
185. |
186. |
187. |
188. |
189. |
190. |
191. |
192. |
193. |
194. |
195. |
196. |
197. |
XX. |
198. |
199. |
200. |
201. |
202. |
203. |
204. |
205. |
206. |
207. |
XXI. |
208. |
209. |
210. |
211. |
212. |
213. |
214. |
215. |
216. |
217. |
218. |
219. |
220. |
221. |
222. |
223. |
224. |
225. |
226. |
227. |
228. |
229. |
230. |
231. |
232. |
233. |
234. |
235. |
236. |
237. |
238. |
239. |
240. |
241. |
242. |
243. |
244. |
245. |
246. |
247. |
248. |
249. |
250. |
XXII. |
251. |
252. |
253. |
XXIII. |
254. |
255. |
256. |
257. |
258. |
259. |
260. |
261. |
262. |
263. |
264. |
265. |
266. |
267. |
268. |
269. |
270. |
271. |
272. |
273. |
274. |
275. |
276. |
277. |
278. |
279. |
280. |
281. |
282. |
283. |
284. |
285. |
286. |
287. |
288. |
289. |
290. |
291. |
292. |
293. |
294. |
295. |
296. |
297. |
298. |
299. |
300. |
301. |
302. |
303. |
304. |
305. |
306. |
307. |
308. |
309. |
XXIV. |
310. |
311. |
312. |
313. |
314. |
315. |
316. |
317. |
XXV. |
318. |
319. |
320. |
321. |
XXVI. |
322. |
323. |
324. |
325. |
326. |
327. |
328. |
329. |
330. |
331. |
332. |
333. |
334. |
335. |
XXVII. |
336. |
337. |
338. |
339. |
340. |
341. |
342. |
343. |
344. |
345. |
346. |
347. |
348. |
349. |
XXVIII. |
350. |
351. |
352. |
353. |
354. |
355. |
356. |
357. |
358. |
359. |
360. |
361. |
362. |
363. |
364. |
XXIX. |
365. |
366. |
367. |
368. |
369. |
370. |
371. |
372. |
373. |
374. |
375. |
376. |
377. |
378. |
379. |
380. |
381. |
382. |
383. |
384. |
385. |
386. |
387. |
388. |
389. |
390. |
391. |
392. |
393. |
394. |
395. |
396. |
397. |
398. |
399. |
400. |
401. |
402. |
403. |
404. |
405. |
406. |
407. |
408. |
409. |
410. |
411. |
412. |
413. |
414. |
415. |
416. |
417. |
XXX. |
418. |
419. |
420. |
421. |
422. |
423. |
424. |
425. |
426. |
427. |
428. |
XXXI. |
429. |
430. |
431. |
432. |
433. |
434. |
435. |
436. |
437. |
438. |
439. |
440. |
XXXII. |
441. |
442. |
443. |
444. |
445. |
446. |
447. |
448. |
449. |
450. |
451. |
452. |
453. |
XXXIII. |
454. |
455. |
456. |
457. |
458. |
XXXIV. |
459. |
460. |
461. |
XXXV. |
462. |
463. |
464. |
465. |
466. |
467. |
468. |
469. |
470. |
471. |
XXXVI. |
472. |
473. |
474. |
475. |
476. |
477. |
478. |
479. |
480. |
481. |
482. |
483. |
484. |
485. |
486. |
487. |
XXXVII. |
488. |
1. |
489(1). |
489(2). |
489(3). |
489(4). |
489(5). |
489(6). |
489(7). |
489(8). |
489(9). |
489(10). |
489(11). |
489(12). |
489(13). |
489(14). |
489(15). |
489(16). |
489(17). |
489(18). |
489(19). |
489(20). |
489(21). |
489(22). |
489(23). |
489(24). |
489(25). |
489(26). |
489(27). |
489(28). |
489(29). |
489(30). |
489(31). |
489(32). |
489(33). |
489(34). |
2. |
489(35). |
489(36). |
489(37). |
489(38). |
489(39). |
489(40). |
489(41). |
489(42). |
489(43). |
489(44). |
489(45). |
489(46). |
489(47). |
489(48). |
489(49). |
489(50). |
489(51). |
489(52). |
489(53). |
489(54). |
489(55). |
489(56). |
489(57). |
489(58). |
3. |
489(59). |
489(60). |
489(61). |
4. |
489(62). |
489(63). |
489(64). |
5. |
489(65). |
489(66). |
6. |
489(67). |
7. |
489(68). |
8. |
489(69). |
489(70). |
489(71). |
489(72). |
489(73). |
489(74). |
XXXVIII. |
490. |
490(1). |
490(2). |
490(3). |
490(4). |
490(5). |
490(6). |
490(7). |
490(8). |
490(9). |
490(10). |
490(11). |
490(12). |
490(13). |
490(14). |
490(15). |
490(16). |
490(17). |
490(18). |
490(19). |
490(20). |
490(21). |
490(22). |
490(23). |
490(24). |
490(25). |
490(26). |
490(27). |
490(28). |
490(29). |
490(30). |
490(31). |
490(32). |
490(33). |
490(34). |
XXXIX. |
491(1). |
491(2). |
491(3). |
491(4). |
491(5). |
491(6). |
491(7). |
491(8). |
491(9). |
491(10). |
491(11). |
491(12). |
491(13). |
491(14). |
491(15). |
491(16). |
491(17). |
491(18). |
491(19). |
492(1). |
492(2). |
492(3). |
492(4). |
492(5). |
492(6). |
492(7). |
492(8). |
492(9). |
XL. |
493(1). |
493(2). |
493(3). |
493(4). |
493(5). |
493(6). |
493(7). |
493(8). |
493(9). |
493(10). |
493(11). |
493(12). |
493(13). |
493(14). |
XLI. |
494(1). |
494(2). |
494(3). |
494(4). |
494(5). |
494(6). |
494(7). |
494(8). |
494(9). |
494(10). |
494(11). |
494(12). |
494(13). |
494(14). |
494(15). |
494(16). |
494(17). |
494(18). |
494(19). |
494(20). |
494(21). |
494(22). |
494(23). |
494(24). |
494(25). |
494(26). |
494(27). |
494(28). |
494(29). |
494(30). |
494(31). |
494(32). |
494(33). |
494(34). |
494(35). |
494(36). |
494(37). |
494(38). |
494(39). |
494(40). |
494(41). |
494(42). |
494(43). |
494(44). |
494(45). |
494(46). |
494(47). |
494(48). |
494(49). |
494(50). |
495. |
495(1). |
495(2). |
495(3). |
495(4). |
495(5). |
495(6). |
495(7). |
495(8). |
495(9). |
495(10). |
495(11). |
495(12). |
495(13). |
495(14). |
495(15). |
495(16). |
495(17). |
495(18). |
495(19). |
495(20). |
495(21). |
495(22). |
495(23). |
496. |
497. |
XLII. |
498. |
1. |
2. |
2½. |
3. |
4. |
5. |
6. |
7. |
8. |
9. |
10. |
11. |
12. |
13. |
13½. |
14. |
15. |
16. |
17. |
18. |
18½. |
19. |
20. |
21. |
22. |
23. |
24. |
25. |
26. |
27. |
28. |
29. |
30. |
31. |
32. |
33. |
34. |
35. |
37. |
38. |
39. |
40. |
40½. |
41. |
42. |
43. |
44. |
45. |
46. |
47. |
48. |
CHAPTER XIX. The code of the city of Charlottesville, Virginia : | ||
Sec. 173. Refuse matter thrown on streets, etc.
It shall be unlawful for any one to throw into the streets or
sidewalks, or on private premises, any dead carcass, rubbish,
73
vegetables, fruit, broken glass, tacks, tin cans, or any matter or
substance or thing calculated to render the streets or premises
unclean or unsightly, or unsafe to any person or vehicle using
the streets, or liable to injuriously affect the health of the community.
Any person violating the provisions of this section shall
be fined not less than $1.00 nor more than $5.00.
Nor shall any garbage, offal or filth be removed from private
premises and deposited within the City limits at any place except
such as may be designated by the City Manager as a public
dumping ground.
CHAPTER XIX. The code of the city of Charlottesville, Virginia : | ||